फेसबुक की मूल कंपनी मेटा अपने 11000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से बाहर निकालने का फैसला लिया।
बुध वार को मेटा कम्पनी मार्क ज़करबर्ग ने यह घोषणा की।
मेटा में भी 87000 कर्मचारी काम करते। जिसमें से कंपनी 13 फ़ीसदी कर्मचारी की छटनी कर रही है। फेसबुक की स्थापना 2004 में हुई है और इस दौरान पहली बार 18 साल में कंपनी ने इतना बड़ा फैसला उठाया है। कंपनी को यूट्यूब टिक टॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से काफी टक्कर मिल रही है जिससे कंपनी के रेवेन्यू में गिरावट आ चुका है। इसलिए कंपनी ने इतना बड़ा फैसला उठाया।
इस साल कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आई है। कंपनी ने पहले ही नई भर्तियों पर रोक लगा दी थी और अब वह बड़े पैमाने पर छंटनी करने जा रही है।
मार्क ज़करबर्ग ग्रोथ के बारे में उनका अनुमान उम्मीद से ज्यादा था, इसलिए उन्होंने जरूरत से ज्यादा कर्मचारियों की भर्ति कर ली।
लेकिन अब फेसबुक यूजर टिक टॉक, यूट्यूब जैसे शॉट प्लेटफार्म पर शिफ्ट होते जा रही है और कंपनी को इससे भारी नुकसान हो रहा है।
फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने 13 फीसदी कर्मचारियों को निकालने का फैसला लिया
लागत में कटौती करने के लिए मेटा ने लिया छंटनी का फैसला।
इससे पहले ट्विटर ने निकाल दिये थे आधे कर्मचारी।
Microsoft ने भी पिछले सप्ताह मे अपने कर्मचारियों की भारी मात्रा मे किया था छटनी।
फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने आज एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "आज मैं आपसे मेटा के इतिहास के कुछ सबसे कठिन फैसले शेयर कर रहा हूं। मैंने अपनी टीम के आकार को 13 फीसदी घटाने का फैसला लिया है। इससे हमारे 11,000 प्रतिभाशाली कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।हम विवेकाधीन खर्च में कटौती करके और हायरिंग फ्रीज करने जैसे अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं, जिससे कंपनी को अधिक कुशल बनाया जा सके।' कंपनी ने कहा कि इन कर्मचारियों को सेवा के प्रत्येक वर्ष के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह के साथ 16 हफ्ते का बेसिक वेतन दिया जाएगा। कर्मचारियों को छह महीने के लिए हेल्थकेयर खर्च भी मिलेगा "
मार्क ज़करबर्ग दुनियाँ के अमीरों की लिस्ट मे तीसरे नम्बर से 28वें नम्बर पे आ गए।
जकरबर्ग के पास फेसबुक प्लेटफॉर्म्स के करीब 116.6 फीसदी शेयर हैं। फेसबुक के रेवेन्यू में 96 फीसदी से अधिक हिस्सा विज्ञापनों से आता है। कंपनी के शेयरों में गिरावट से जकरबर्ग की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई है।जकरबर्ग दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर से खिसककर 28वें नंबर पर आ गए हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में 88.2 अरब डॉलर की गिरावट आई है और यह 37.2 अरब डॉलर रह गई है। शेयरों में गिरावट से फेसबुक का मार्केट भी बुरी तरह प्रभावित हुई । इस साल कंपनी की मार्केट वैल्यू में 500 अरब डॉलर की गिरावट आई है।
मई मे ही इंजिनयरो और सैंटिस्टो की भर्तियाँ बंद कर दी थी।
जकरबर्ग ने मई में ही इंजीनियरों और डेटा साइंटिस्ट्स की भर्तियाँ बंद कर दी थी। जुलाई में जकरबर्ग ने कर्मचारियों से कहा था कि उनके लिए अगले 18 से 24 महीने चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। तब उन्होंने मैनेजरों से कमजोर परफॉर्म करने वाले कर्मचारियों की पहचान करने को कहा था।



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