भूके को खाना खिलाने से परम आनंद मिलता है।
दोस्तो आज जो मैं बताने जा रहा हूँ ये कोई काल्पनिक कहानी नही है।
दोस्तो आज 26/10/2022 को मैं दुकान बढा के घर आ रहा था तो रास्ते में एक मंचुरियन वाले ठेला के पास रुका और सोचा घर के लिए थोड़ा मंचुरियन पैक करवा लेता हूँ।
और ठेले वाले से मंचुरियन लेने लगा। वहाँ न जाने कब से एक भिखारी ठेले वाले को 5 रूपया दे रहा था और मंचुरिन् माँग रहा था, लेकिन ठेले वाले उसको बहुत बुरी तरह धुधकार रहा था। वहाँ बहुत सारे लोग मंचुरियन खा रहे थे। लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ा। उस भिखारी को मै नीचे से उपर तक देखा, वो बहुत ही गंदे कपड़े पहना हुआ था दाड़ी बड़ा-बड़ा था शरीर से दुबला पतला था। और दोनो पैर टेढ़ा था। तो मुझे उसपे बहुत दया आया। फिर मै ठेले वाले को बोला "भैया इसको मंचुरिन् दे दो पैसा मैं देता हूँ। फिर वहाँ खड़े सभी लोग मेरा मुह ताकने लगे। फिर ठेले वाले ने उसको मंचुरिन् दे दिया और भिखारी वहाँ से चला गया। फिर मै भी अपना और भिखारी का पैमेंट् कर दिया। दोस्तो यकीन मानो आज हमारे दुकान में कोई काम नहीं आया। और दुकान मे मैं 1 रुपया का भी काम नहीं किया। जिसके वजह से मेरा मुड़ ऑफ था लेकिन उस भिखारी को मंचुरियन खिलाने के बाद मुझे जो खुशी मिली वो मै बता नही सकता। अगर वो खुशी को आप भी पाना चाहते हैं तो किसी भूखे को खाना खिला देना देखना , किसी अपाहिज की मदद करके देखना, किसी गरीब की मदद करके देखना मन को कितना आनंद मिलेगा।
दोस्तो इस आर्टिकल मे जो फोटो लगा है वो काल्पनिक है इंटरनेट से डाउनलोड किया हूँ लेकिन जो कहानी बताया वो बिल्कुल सच्ची-सच्ची बताया हूँ।



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